क्यों ज्यादातर धार्मिक स्थान नदियों पहाड़ों और समुद्र के पास है डॉ अर्चिता महाजन
क्यों ज्यादातर धार्मिक स्थान नदियों पहाड़ों और समुद्र के पास है डॉ अर्चिता महाजन
नदिया पहाड़ और समुद्र तनाव को कम करके मन को शांति देते है
अमृतसर, 22 अक्टूबर (सुखबीर सिंह) - डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रिशन डाइटिशियन और चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट और ट्रेंड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्म भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया कि एक सुखद अहसास देता है। जर्नल ऑफ एनवायर्नमेंटल साइकॉलॉजी के एक शोध के मुताबिक, पानी के करीब होना हमेशा सबकॉन्शस माइंड यानी अवचेतन मन को शांत करता है। इसमें न केवल पानी के करीब होना, बल्कि पानी में तैरना और गोता लगाना, पानी के समीप निवास करना भी शामिल है। इसमें सभी प्रकार के प्राकृतिक जल निकाय जैसे नदी, झील, तालाब, समुद्र और महासागर हो सकते हैं।शोध के मुताबिक पानी की मात्र मौजूदगी से ही व्यक्ति को एक आ लगातार खुशी का भाव महसूस होता है। पानी तनाव और चिंत को कम करने, कल्याण और खुशी की भावना को बढ़ाने, दिल और सांस लेने की दर को कम करने के लिए अच्छा है। शोध का कहना है कि एक्वॉटिक थेरेपिस्ट पीटीएसडी यानी पोस्ट ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर, एडिक्शन, एंग्जाइटी डिसऑर्डर, ऑटिज्म और ऐसी कई बीमारियों के इलाज में मदद करने के लिए पानी की मदद ले रहे हैं। पानी के पास समय बिताने से रचनात्मकता और यहां तक कि हमारी संवाद की क्षमताओं को प्रेरित करने में मदद मिलती है।